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संजय
दत्त
ने
बताया
कब
पता
चला
था
बीमारी
का
संजय
दत्त
ने
कैंसर
के
बीमारी
का
पता
चलने
के
अपने
अनुभव
को
साझा
करते
हुए
कहा
कि
लॉकडाउन
में
यह
एक
सामान्य
दिन
था।
मैं
सीढ़ियों
से
ऊपर
की
तरफ
जा
रहा
था
और
मेरी
सांस
पूरी
तरह
खत्म
हो
गई।
मैंने
नहाया
था।
सांस
लेने
में
मुझे
तकलीफ
हो
रही
थी।

फेफड़ों
में
पानी
भरा
हुआ
वह
आगे
कहते
हैं
कि
मुझे
इस
बात
की
जानकारी
नहीं
थी
कि
क्या
हो
रहा
था।
मैंने
अपने
डॉक्टर
को
कॉल
किया।
फिर
जांच
हुई।
एक्सरे
में
पता
चला
कि
आधे
से
अधिक
फेफड़ों
में
पानी
भरा
हुआ
है।
फिर
डॅाक्टरों
ने
पानी
बाहर
निकाला।
उन
लोगों
को
उम्मीद
थी
कि
यह
टीबी
होगा।
लेकिन
कैंसर
निकला।

मैं
किसी
का
मुंह
भी
तोड़
सकता
था-
संजय
दत्त
उन
लोगों
के
लिए
यह
बड़ा
मामला
था
कि
मुझे
कैसे
बोला
जाए
कि
मैं
कैंसर
का
शिकार
हूं।
क्योंकि
मैं
किसी
का
मुंह
भी
तोड़
सकता
था।
फिर
मेरी
बहन
ने
आकर
मुझे
इस
बारे
में
बताया।
मैंने
बहन
से
कहा
कि
ओके।
मुझे
कैंसर
हो
गया
है
तो
अब
आगे
क्या?

मुझे
कमजोर
नहीं
पड़ना
था
मैंने
इतना
सोचा
कि
किसी
तरह
कमजोर
नहीं
पड़ना
है
मुझे
।
संजय
दत्त
ने
आगे
बताया
कि
इलाज
के
लिए
मुझे
पहले
वीजा
नहीं
मिला।
इसका
इलाज
भारत
में
किया
गया।
राकेश
रोशन
ने
एक
डॉक्टर
की
सिफारिश
की।

संजय
दत्त
ने
बोलाृ-
कीमोथेरेपी
के
बाद
ये
करता
था
संजय
दत्त
ने
इलाज
के
दौरान
की
प्रक्रिया
बताते
हुए
कहा
कि
डॉक्टरने
उनसेकहा
था
कि
बाल
झड़ना
और
उल्टी
की
समस्या
हो
सकती
है।
संजय
दत्त
ने
डॅाक्टरों
से
कहा
था
कि
मुझे
कुछ
नहीं
होगा।
उन्होंने
यह
भी
बताया
कि
कीमोथेरेपी
के
बाद
वह
एक
घंटे
तक
बैठकर
साइकिल
चलाते
थे।
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