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ढाका. बांग्लादेश के बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर मुशर्रफ हुसैन अब इस दुनिया में नहीं रहे. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने उनके निधन की नकारी दी. बीसीबी ने 40 साल के हुसैन के निधन की घोषणा ट्विटर पर की. हुसैन के परिवार में पत्नी के अलावा एक बच्चा है. बीसीबी ने ट्वीट किया कि बीसीबी बांग्लादेश की राष्ट्रीय टीम के पूर्व खिलाड़ी मुशर्रफ हुसैन रूबेल के निधन पर शोक व्यक्त करता है. बाएं हाथ के इस स्पिनर ने दो दशक के अपने करियर के दौरान सभी प्रारूपों में 550 से अधिक विकेट हासिल किए थे.
ईएसपीएनक्रिकइंफो के अनुसार हुसैन मस्तिष्क के कैंसर से जूझ रहे थे. उन्हें मार्च 2019 में इस बीमारी का पता चला था. उपचार के बाद वह इस बीमारी से उबर गए थे. लेकिन नवंबर 2020 में ट्यूमर दोबारा उभर आया. वेबसाइट के अनुसार हुसैन दो हफ्ते से अधिक समय से अस्पताल में थे. लेकिन हाल में कीमोथेरेपी के बाद घर लौट आए थे.
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ढाका में 1981 में जन्मे हुसैन ने बांग्लादेश के लिए 2008 और 2016 के बीच पांच एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले और इस दौरान चार विकेट हासिल किए. हुसैन बांग्लादेश में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 3000 रन और 300 विकेट की उपलब्धि हासिल करने वाले सात क्रिकेटरों में से एक हैं. हुसैन को 2013 में बांग्लादेश प्रीमियर लीग के फाइनल में मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया था. उनके अलावा आलोक कपाली (2015) और तमीम इकबाल (2019) को भी यह सम्मान मिला था.
वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे लंबे अंतराल के बाद बांग्लादेश की तरफ से क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी भी थे. उन्होंने अपनी डेब्यू वनडे सीरीज 2008 में खेली थी. लेकिन अगली सीरीज खेलने के लिए हुसैन को 8 साल का इंतजार करना पड़ा. 2016 में उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए चुना गया था. उन्होंने 7 अक्टूबर, 2016 को इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी वनडे खेला था.
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